*युवा कलाकारों के लिए कुछ सुझाव
*युवा कलाकारों के लिए कुछ सुझाव हैं, आप अपने कला मित्रों के साथ साँझा करें, सभी लाभवन्तित होंगे ऐसी आशा है ।*
1. सर्वप्रथम आपको अपनी कला को निखारना चाहिए, अपनी कमियों को ठीक प्रकार जानकर उस पर सुधार हेतु अभ्यास करना चाहिए, और अपनी कला का दूसरी कला के साथ मिलान नही करना चाहिये, प्रत्येक कला व् कलाकार अलग प्रकार का होता है, एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा से बचें ।
2. कलाकारों को आपस में समूह बनाकर सकरात्मक कला चर्चा करनी चाहिए ।
3. आपको अपने ही शहर में, घर, कला स्थान पर, स्कूल में, कम्युनिटी सेंटर में, पंचायत घर में सामूहिक रूप से या सोलो शो का आयोजन करना चाहिए और आसपास के सभी जनमानस को अपनी कला दिखानी चाहिए, खर्च आप अपनी सुविधनुसार कर सकते हैं । बड़े बड़े नामों के झांसे में न आएं और बड़ी गैलरियों से दूर रहें, अधिकतर दुकानें चला रहे हैं, आजकल कलाकार और आर्ट गैलरीज बहुत अधिक पैसे रुपये लेकर कलाकारों के लिए exhibition, competetions, art camp, residency art camps का नकद इनाम अवार्ड आदि का लालच देकर आयोजन कर रहे हैं, ऐसे आयोजनों से स्वयं को दूर रखें ।
4. आजकल ऑनलाइन गैलरीज में, फेसबुक पर, इंस्टाग्राम पर आप अपने आर्ट वर्क का प्रदर्शन फ्री आफ कॉस्ट कर सकते हैं । इस माध्यम से कला काफी बिक भी रही है, और आपको अधिक खर्च भी नही करना पड़ता, कई ऑनलाइन वेबसाइट आर्ट वर्क बेचने के पश्चात ही कमीशन लेकर बाकी धन कलाकारों को देती है, थोड़ा सावधानी पूर्वक चयन करें, धोखेबाज चालाक हर क्षेत्र में हैं, आप अन्य साथियों से चर्चा करके अपना कार्य ऑनलाइन प्रदर्शित कर सकते हैं ।
5. आप ऑनलाइन आर्ट प्रदर्शनी में भी भाग ले सकते हैं, फिजिकली अगर पार्टिसिपेट करना चाहते हैं तो रेप्यूटटेड नेशनल, स्टेट या प्राइवेट लेवल की कला प्रदर्शनियों में भाग ले सकते हैं, जहाँ पर entry fee काफी कम होती हैं, किसी भी प्रदर्शनी में भाग लेने से पूर्व अच्छे तरिके से अध्ययन करने के पश्चात ही भाग लें, जल्दबाजी में कोई निर्णय न करें, पैसा कमाना मुश्किल कार्य है उसको व्यर्थ न गवाएं । ध्यान रखें कोई आपको मुर्ख न बनाएं ।
6. आप का आर्ट वर्क जब बोलने लगता है, तब आप समझ जाओ अब यह टँगने के लिए तैयार है, तब आप इसे किसी को रीसनेबल प्राइस पर सीधा डारेक्ट खरीदने वाले को बेचने का प्रयास करें, क्यों किसी गैलरी को अधिक कमीशन देना, बेहतर है आप इसे कम कीमत पर कला के कद्रदान को दें, वो इसे अधिक सम्मानपूर्वक अपने घर में ऑफिस में स्थान देगा और आप का प्रचार भी करेगा, धीरे धीरे आपका कार्य बिकना शुरू हो जाता है, अधिकतर कलाकार इसी तरिके से अपने कला कार्य को बेचने की शुरुआत करते हैं पर आपसे अपना एक्सपीरियंस शेयर नही करते, सिद्धस्त कलाकार बुरा न माने ।
7. एक बात बहुत महत्वपूर्ण है, आप केवल कला को बेच कर कमाने के बारे में ही सारा जीवन व्यर्थ न गवाएं, बल्कि कला को शौक के रूप में रखें, और अपना व्यवसाय कला से सम्बंधित या अन्य कोई भी रख कर आप अपनी कला यात्रा जारी रख सकते है, कला सिखाना भी एक अच्छा कार्य हो सकता है, इससे आप की सफलता की सम्भावना बड़ जाती है, अध्यापक बनना सर्वाधिक गर्व का विषय है, इससे आपका सर्कल तेजी से बड़ता है, आपको अधिक लोग जानेंगे तो आप अधिक सफल रहेंगे ।
8. एक अन्य बात जो बहुत अधिक महत्वपूर्ण है, हमे हमेशा चुनना पड़ता है, चुनाव करना पड़ता है, दो बातों में से एक, कभी दो व्यक्तियों में से एक, इस संसार में नकारात्मक और सकारात्मक ऊर्जा है, केवल दो ही प्रकार के लोग हैं, एक वो जो आपको सही रास्ता बताएंगे, एक वो जो आपको उल्लू बनाएंगे, आपको मुर्ख बनाकर केवल अपना उल्लू सीधा करेंगे, ऐसे लोगों को पहचान कर चिन्हित करके रखो, इंसान का स्वभाव कभी बदलता नही, यह दोस्त के रूप में आपके आसपास रहते हैं, इनको अपनी ज़िन्दगी में स्थान मत दो । अपने आसपास अपनी जरूरत अनुसार ही अपने मित्र बनाओ, तभी आप का कल्याण होगा, जो आपको सही मार्गदर्शन न दे, वो काहे को आपका मित्र । एक भी कपटी मित्र अपने पास न रखें, केवल सकारात्मक मित्र, सकरात्मक स्थान को ही स्वीकार करें, केवल चुन कर स्वीकार करें, त्यागना भी सीखें, अनावश्यक त्यागेगें तभी आवश्यक स्वीकार करने हेतु मन में मस्तिष्क में घर में स्थान होगा, सकरात्मक ऊर्जा को ही अपने जीवन में स्थान दे, आपका मंगल होगा ।
9. संसार में प्रेमपूर्वक शिष्ट व्यवहार करें, जिग्यासु बालक बन कर जीवन जियें, आप हर पल हर क्षण कुछ न कुछ अवश्य सीखते हैं, जिस क्षण हम अपने सीखने के द्वार बन्द कर देते हैं, हम कुँए के मेंढक बन जाते है और हमारी उन्नति बन्द हो जाती है, उन्नति तब तक है जब हम अपने आसपास सोहार्द बनाकर केवल सकरात्मक ऊर्जावान मनुष्यों का प्रकृति का वातावरण बनाकर जीवनयापन करते है और समस्त सृष्टि का उत्थान होता है ।
10. बांटना सीखिये, आपके पास बहुत कुछ है, जो अब आपके काम का नही रहा जिन्हें जरूरत है उन्हें दे दीजिये, कोई वस्तु, कोई पुस्तक, कुछ भी, अपना ज्ञान भी सब में बाँटिये, जब आप देना सीख जाते हैं तो स्वयं से आपको मिलना शुरू हो जाता है, प्रतिदिन एक अच्छा कार्य अवश्य करें, आपकी ज़िन्दगी मिसाल बन जायेगी ।
11. B+ B practical बने, क्षमा करना सीखें, सब को क्षमा कर दें पर साथ उन्हीं को रखें जो इस योग्य है, हमारी क्षमता सीमित है, अपनी ज़िंदगी में केवल चुन चुन कर स्थान दें, चाहे वो व्यक्ति हो, या कोई अच्छी बात, अपने मन को पवित्र मन्दिर बनाएं, हमारा मन कोई कूड़ाघर नही कि कोई कुछ करे और हम बुरा मानकर अपना समय व्यर्थ गवाएं, अपितु ऐसी नकारात्मक सोच को सबको बताकर उजियारा फैलायें, और जो ठोकर आपने खायी है दूसरों को उससे बचाएं ।
12. आपका जन्म स्थान, आपका घर, आपका विद्यालय, माता पिता परिवारजन, शिक्षक, मित्र आदि आदि सर्वाधिक महत्वपूर्ण हैं, इन्ही की वजह से आपका निर्माण हुआ, अपनी ज़िन्दगी में सर्वप्रथम और हमेशा इन्हीं को स्थान दें, दिखावटी और नकली दुनिया से बचे, किसी से जल्दी आकर्षित न हो, बल्कि शांत रहते हुए चिंतन मनन अध्ययन करके ही महत्वपूर्ण निर्णय करें ।
*आप इस जानकारी को अन्य कला समूह में फॉरवर्ड करें, इससे नये कलाकारों को मार्गदर्शन मिलेगा ।*
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